बुखार ठीक करने के घरेलू नुकसा और देशी दवा
बुखार ठीक करने के घरेलू नुकसा और देशी दवा ( दादी माँ के बुखार ठीक करने के नुकसे )
बुखार एक सामान्य समस्या है, जिसे आमतौर पर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का संकेत माना जाता है कि वह किसी संक्रमण से लड़ रही है। बुखार को ठीक करने के लिए कुछ घरेलू उपाय और देशी दवाएँ हैं जो असरदार हो सकती हैं। ये उपाय आमतौर पर हल्के बुखार के लिए उपयोगी होते हैं। यदि बुखार अधिक गंभीर हो या लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। यहाँ कुछ घरेलू इलाज और देशी दवाएँ दी जा रही हैं:
बुखार के लक्षण कई प्रकार के हो सकते हैं, जो व्यक्ति की उम्र, स्वास्थ्य स्थिति और बुखार के कारण पर निर्भर करते हैं। यहाँ कुछ सामान्य लक्षण दिए गए हैं:
बुखार के लक्षण :-
- शरीर का तापमान बढ़ना: सामान्य से अधिक तापमान (100.4°F या 38°C से अधिक) बुखार का प्रमुख लक्षण है।
- ठंड लगना या कंपकंपी: शरीर का तापमान बढ़ने के बावजूद ठंड लगना या कंपकंपी महसूस हो सकती है।
- पसीना आना: बुखार में अक्सर पसीना ज्यादा आता है, खासकर जब शरीर का तापमान कम होने लगता है।
- सिरदर्द: बुखार के साथ सिरदर्द होना आम बात है।
- शारीरिक कमजोरी: शरीर में कमजोरी या थकावट महसूस हो सकती है।
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द बुखार के दौरान हो सकता है।
- भूख में कमी: भूख कम हो सकती है और कभी-कभी उल्टी या मतली भी हो सकती है।
- त्वचा का लाल होना: बुखार के कारण चेहरे या शरीर की त्वचा लाल हो सकती है।
- तेजी से सांस लेना या दिल की धड़कन बढ़ना: बुखार के कारण सांसें तेज हो सकती हैं और दिल की धड़कन भी बढ़ सकती है।
- पसीने के बाद ठंडा महसूस होना: जब शरीर का तापमान गिरता है तो पसीने के बाद ठंड महसूस हो सकती है।
अगर बुखार लंबे समय तक रहता है, या अन्य गंभीर लक्षण जैसे सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द, भ्रम या दौरे होते हैं, तो तत्काल चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए।
बुखार ठीक करने के घरेलू इलाज :-
- तुलसी की पत्तियाँ:
- 10-15 तुलसी की पत्तियाँ लेकर 2-3 कप पानी में उबालें। इसमें अदरक और काली मिर्च भी डाल सकते हैं। इस काढ़े को दिन में 2-3 बार पीने से बुखार कम हो सकता है।
- धनिया के बीज:
- धनिया के बीज को पानी में उबालकर पीने से बुखार को कम करने में मदद मिल सकती है। यह शरीर को ठंडक पहुँचाता है।
- मेथी के बीज:
- मेथी के बीज का पानी पीने से शरीर को डिटॉक्स करने और बुखार कम करने में सहायता मिलती है।
- लहसुन:
- लहसुन की कुछ कलियाँ पीसकर एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर पीने से बुखार में राहत मिल सकती है। लहसुन में एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
- सेब का सिरका:
- एक कप पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पीने से बुखार कम हो सकता है। सेब का सिरका शरीर का तापमान नियंत्रित करता है।
- ठंडी पट्टी:
- बुखार के दौरान माथे पर ठंडी पानी की पट्टी रखने से तापमान को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
बुखार ठीक करने के देशी दवा :-
- गिलोय:
- गिलोय का रस या काढ़ा पीने से बुखार में काफी लाभ होता है। यह आयुर्वेद में एक प्रसिद्ध औषधि है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
- शहद और अदरक:
- शहद और अदरक का रस मिलाकर लेने से बुखार और गले की समस्याओं में राहत मिलती है।
- अदरक की चाय:
- अदरक की चाय का सेवन बुखार, सर्दी, और खांसी में राहत दिला सकता है। इसे शहद और नींबू के साथ मिलाकर और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।
- काली मिर्च और हल्दी:
- दूध में एक चुटकी काली मिर्च और हल्दी मिलाकर पीने से बुखार और सर्दी में राहत मिलती है। हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
इन उपायों का प्रयोग सावधानी से करें और यदि बुखार लंबे समय तक बना रहे या अन्य गंभीर लक्षण उत्पन्न हों, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।